भारत में ऐसी कौन से बिजनेस हैं जिसमें भारत सरकार मदद करती है

भारत में ऐसी कौन से  बिजनेस हैं जिसमें भारत सरकार मदद करती है।

दोस्तों अगर आप भी बिजनेस करने की सोच रहे हैं या आपके मन में यह सवाल है  कि भारत में ऐसे कौन से बिजनेस हैं जिसमें भारत सरकार मदद करती है आज हम उन बिजनेस के बारे में  बताने जा रहे हैं।

वर्तमान समय में भारत  सरकार लोगों को  बिजनेस में करने के लिए प्रेरित कर रही है।  ऐसे बहुत से  बिजनेस है जिसने भारत सरकार  मदद करती है।

मत्स्य पालन

इस बिजनेस को करने के लिए  भारत सरकार   लोगों को प्रोत्साहित कर रही है। भारत सरकार  इसके लिए लोन दे रही है वह भी कम ब्याज दर पर।

मुर्गी पालन

वर्तमान समय में  भारत सरकार लोगों को  बिजनेस करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है ।  लोगों को कम दाम पर मुर्गी पालने के लिए  प्रोत्साहित कर रही है।  सरकारी रिजल्ट ज्यादा से ज्यादा लोगों को  जुड़ना चाहती है।  सरकार  मुर्गी के छोटे-छोटे बच्चे लोगों को  पालने के लिए देरी है और  मुर्गी फार्म  खोलने के लिए भी  कई योजनाएं ला रही है।

नर्सरी या पॉलीहाउस

भारत सरकार ने लोगों को  नर्सरी और पॉलीहाउस लगाने के लिए  प्रोत्साहित किया है।  सरकार  कम दाम पर और  सब्सिडी में  पॉलीहाउस लगाकर दे रही है।  ताकि इस क्षेत्र में ज्यादा से ज्यादा लोग आकर काम करें।  सरकार  द्वारा हॉर्टिकल्चर में  बीज और खाद कम दाम पर  लोगों को दे रही है।

जूस और अचार का बिजनेस

इस के लिए लोगों को प्रोत्साहित कर रही है भारत सरकार

वर्तमान समय में  भारत सरकार ने  लोगों को  जूस और अचार के बिजनेस करने के लिए   प्रोत्साहित किया है।

इस बिजनेस में  ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को जोड़ा गया है।

नैपकिन और सैनिटाइजर का  बिजनेस

 सरकार लोगों को  नैपकिन और सैनिटाइजर के बिजनेस के लिए  प्रोत्साहित कर रही है।   कोरोना वायरस के   कारण  सरकार का ध्यान साफ सफाई में  ज्यादा है। सरकार चाहती है कि  नैपकिन और सैनिटाइजर  अपने देश में ही बने और इन्हें  बाहरी देशों में निर्यात कर सकें।

दूध और डायरी का बिजनेस

सरकार ने  लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए   दूध और डेयरी के बिजनेस में  मदद  कर रही है।   पहले सरकारी डायरी होती थी।  लेकिन बाद में  सरकार ने  प्राइवेट डायरी के लिए  मान्यता दे दी है। अब  लोग  दूध और डेयरी  का बिजनेस कर सकते हैं।

हनी के  बिजनेस में  लोगों को सरकार द्वारा सहायता प्राप्त हो रही है।

   इस बिजनेस में लोगों की रुचि दिन प्रतिदिन घट रही है।  इस बिजनेस में बहुत मेहनत करनी पड़ती है।  इस बिजनेस को अधिकतर आदिवासी लोग करते हैं  लेकिन वर्तमान समय में  इस बिजनेस में  कमी देखने को मिली है।  आदिवासी लोगों का मानना है कि उन्हें उनका पूरा पैसा नहीं मिल पाता  इसलिए  अब वे इस काम में ज्यादा रुचि नहीं रख रहे हैं।

अब सरकार ने इसके लिए   फिक्स रेट घोषित कर दिया है  और सरकार इसके लिए  लोगों की के प्रकार से मदद कर रही है।

रींगल  से बनी वस्तुओं का बिजनेस

भारत सरकार भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए ज्यादा से ज्यादा स्वदेशी वस्तुओं  की मांग बढ़ाने की कोशिश कर रही है।   सरकार चाहा रही है  कि लोग देश में बनी वस्तुओं को ही खरीदें।

औषधि दवाओं का बिजनेस

अब सरकार  लोगों को  औषधि से जुड़े बिजनेस के लिए प्रोत्साहित कर रही है।   इसके लिए सरकार नई नई स्कीम जा रही है।  भारत के बहुत से  ऐसे क्षेत्र हैं  जहां

भरपूर मात्रा में  औषधि पाई जाती है। जैसे उत्तराखंड हिमाचल प्रदेश, कश्मीर  आदि ऐसे राज्य हैं।

सरकार ने लोगों को पर्यटन स्थल से जुड़े बिजनेस में  लोगों को प्रोत्साहित कर रही है।  इसके लिए सरकार उन्हें    ऋण  प्रदान कर रही है।

भारत में अधिकतर पर्यटक  विदेशों से आते हैं। लोकल के लोगों को पर्यटन स्थान से जुड़ना चाहती है

 सरकार इन बिजनेस में   लोगों की मदद लोगों की मदद  प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना के द्वारा कर रही है।

कम ब्याज में  लोगों को लोन दिया जा रहा है।

प्रधानमंत्री मुद्रा लोन में तीन प्रकार के लोन दिए जा रहे हैं।

इन बिजनेस को कौन कौन कर सकता है।

आपके मन में  यह प्रश्न होगा कि  इन बिजनेस को कौन कौन कर सकता है।  दोस्तों  इन बिजनेस को सबसे लोग कर सकते हैं। चाहे वह स्त्री या पुरुष सभी को सरकार मदद कर रही है। 

सरकार  लोकल फॉर वोकल  पर ज्यादा ध्यान दे रही है।

सरकार लोगों के लिए हुनर हाट का आयोजन कर रही है जगह-जगह।

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