bharat mein mahangaee kyon badh rahee hai | भारत में महंगाई क्यों बढ़ रही है
आज इस आर्टिकल के माध्यम से आपको भारत में महंगाई क्यों बढ़ रही है, आए दिन पेट्रोल के रेट बढ़ते जा रहे हैं , दाल और तेल की कीमतें आसमान छूने लगी है, इन सभी के बारे में इस आर्टिकल में बात करेंगे।
सबसे बड़ा सवाल तो यह है भारत में ही क्यों महंगाई बढ़ रही है?
कोई भी प्रोडक्ट मांग और पूर्ति पर निर्भर करता है कोई भी उत्पाद हो मार्केट में डिमांड ज्यादा है और उसके उत्पादक कम है तो उस वस्तु की मार्केट में वैल्यू खुद ही बढ़ जाती है। लेकिन भारत में उल्टा ही हो रहा है।
भारत में पेट्रोल इतना महंगा क्यों हो रहा है?
भारतीय इतिहास में यह पहली बार हुआ है जब पेट्रोल की कीमत में ₹100 से ऊपर चला गया। इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल की वैल्यू बहुत कम है 2021 में कच्चे तेल की वैल्यू 1 लीटर कच्चा तेल ₹26 रुपए का है। फिर भारत में पेट्रोल की कीमत ऊंचाइयों क्यों छोड़ी है?
भारत सरकार इंटरनेशनल मार्केट से कच्चा तेल खरीद ती है तो उसका प्रयोग सीधा नहीं कर सकते उसे रिफाइनरी किया जाता है और इसमें खर्च ज्यादा आता है उसके बाद भारत सरकार इसमें कुछ टैक्स लगाती है और फिर यह डिलीवर के लिए जाता है और डिलीवर द्वारा इसमें कुछ टैक्स लगाए जाते हैं उसकी बात राज्य सरकार इस पर कुछ टैक्स लगाती है और अंत में पेट्रोल हमारे तक पहुंचता है इन सबको मिलाकर पेट्रोल की फिक्स वैल्यू डिसाइड की जाती है।
कुछ लोगों का मानना है कि इंटरनेशनल मार्केट में जब कच्चे तेल की वैल्यू कम रहती है तब हमेशा भारत में पेट्रोल की वैल्यू बढ़ जाती है।
बहुत से लोगों का तो यह भी मानना है कि लॉकडाउन में हुए घाटे को पूरा करने के लिए सरकार यह सब कर रही है।
खाने का तेल और दालों का दाम क्यो बढ़ रहा है?
सरसों का तेल 2020 में ₹100 लीटर मिलता था लेकिन 2021 के मार्च महीने में सरसों के तेल की कीमत में भी काफी उछाल देखने को मिली। सरसों का तेल ₹190 लीटर बिक रहा है और वही दालों की कीमत में भी काफी उछाल आ गया है।
सरकार का कहना है कि किसान आंदोलन के दौरान कई किसानों ने अपनी फसल को मार्केट में नहीं बेचा।
सरकार का कहना है कि इस बार मार्केट में उत्पाद की कमी है और इंटरनेशनल में वस्तु के रेट बढ़ते जा रहे हैं जिसके कारण भारत में तेल और दाल महंगी हो गई है।
दूसरी ओर भारत खाद्य तेलों का सबसे बड़ा आयातक देश है। भारत कई देशों से खाद्य तेल को आयात करता है और इस समय अंतरराष्ट्रीय बाजार में खाद्य तेलों की कीमत में बढ़ोतरी हुई है। जिसके कारण भारत में तेल आने तक तेल उपभोक्ता कर्ता के पास पहुंचने से पहले उस में कई प्रकार के टैक्स लग जाते हैं।
महंगाई के क्या क्या कारण हो सकते हैं?
दोस्तों महंगाई के बहुत सारे कारण हो सकते हैं और इसके लिए सरकार जिम्मेदार नहीं हो सकती है। हां कभी-कभी सरकार भी महंगाई को बढ़ा देती है।
भारत में महंगाई तेजी से बढ़ती जा रही है वस्तु की कीमतें आसमान छूने के लिए तैयार है।
1 मार्केट में डिमांड ज्यादा और उत्पादककर्ता कम है
मार्केट में बहुत बड़ा ऐसा होता है किसी वस्तु की तो बहुत ज्यादा डिमांड रहती है लेकिन उस वस्तु के उत्पादक करता बहुत कम होते हैं। जिस कारण उस वस्तु का मूल्य मार्केट में महंगा हो जाता है। मार्केट में उस वस्तु की मांग तो है लेकिन उसका पूर्ति करता नहीं है जो उस वस्तु की मार्केट में पूर्ति कर सके।
जब तक उस वस्तु के उत्पादन कर्ता में वृद्धि नहीं होगी तब तक उस वस्तु की कीमत बढ़ती ही जाएगी।
2 टैक्स
राज्य सरकार और केंद्र सरकार समय-समय पर वस्तु पर टैक्स लगाती रहती है और कुछ सामान हमारा इंटरनेशनल मार्केट से आता है। जब कोई भी वस्तु हमारे पास पहुंचती है उससे पहले उस वस्तु पर बहुत सारे टैक्स लगाए जाते हैं। जिसके कारण वह वस्तु महंगी हो जाती है। वस्तु की पूर्ति करता से लेकर उपभोक्ता के पास आने तक कई प्रकार के टैक्स लगाए जाते हैं। जिनके कारण भी वस्तु महंगी हो जाती है।
3 कालाबाजारी
भारत में कालाबाजारी के मामले बहुत ज्यादा देखने को मिलते हैं। कुछ लोग वस्तु को मार्केट में नहीं आने देते हैं उसे को स्टोर करके अपने पास रख लेते हैं उस वस्तु की मार्केट में मांग बहुत रहती है लेकिन पूर्ति करता उसे मार्केट तक नहीं पहुंचाता है जब उस वस्तु की वैल्यू बढ़ने लगती है तो धीरे धीरे करके उस भक्तों को मार्केट में लाया जाता है। जिस कारण उस वस्तु की कीमत आसमान छूने लगती है।
4 वस्तुओं का आयात
भारत बहुत सी वस्तुओं को अपने देश में आयात करता है पाम आयल को भारत ब्राजील मलेशिया और सिंगापुर से आयात करता है। कोरोनावायरस की वजह से पाम आयल के उत्पादन पर काफी असर हुआ है, बाहरी देशों में पाबंदी की वजह से नई पौधों को बोया नहीं गया है। जब इंटरनेशनल मार्केट में वस्तु के उत्पादन में कमी आती है तो उस वस्तु की वैल्यू खुद ही बढ़ जाती है। भारत रसिया और ब्राजील से सोया आयल आयात करवाता है।
महंगाई के बारे में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने क्या कहा है?
रिजर्व बैंक के गवर्नर ने भारत सरकार से अपील की है कि जल्द से जल्द महंगाई को कम करने के लिए जरूरी कदम उठाने चाहिए। रिजर्व बैंक का मानना है 2021 में महंगाई की दर 5.01 से ऊपर पहुंचने वाली है।
निष्कर्ष
भारत में बढ़ रही महंगाई के लिए हम भारत सरकार को ही दोषी नहीं मान सकते हैं इसमें इंटरनेशनल मार्केट का भी बहुत बड़ा हाथ है। कुछ ऐसी वस्तुएं हैं जिनका हम अन्य देशों से आयात करते हैं और इस समय उन वस्तुओं की इंटरनेशनल मार्केट में कमी है जिस कारण उस वस्तु की वैल्यू बढ़ती जा रही है।
दूसरी और लॉकडाउन के कारण भी वस्तु का उत्पादन कम मात्रा में हुआ है और उन मार्केट में डिमांड बहुत ज्यादा है।
इस प्रकार भारत में महंगाई के लिए कई कारक सिद्ध हैं।